Friday, February 9, 2018

पलाश (हाइकु).......ज्योत्सना प्रदीप


1.
पलाश-वन 
पद्मिनी का मानो 
जौहर-यज्ञ।
2.
तुम्हारी होली!
शहीद हुए देखो 
पलाश-पुष्प।
3.
पलाश-वन
बन गई देह ये
तुम्हारे बिन।
4.
जाने कब से
और किससे जले
पलाश–प्रेमी।
5.
लाल -पीले हैं
जन्म से ही क्रोधित
पलाश–पुष्प।
6.
पलाश-पुष्प
मानो नव-वधुएँ
सभा में साथ।

-ज्योत्सना प्रदीप

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