Monday, March 22, 2021

668 ..जल बचाओ वरना जल जाओ


सादर अभिवादन
विश्व जल दिवस
जहां पानी,
वहां समृद्धि
और वहीं पर आएंगी
खुशियां..

हम अक्सर भूल जाते हैं कि
धरती पर पानी का चक्र और
हमारी ज़िन्दगी का चक्र
आपस मे जुड़े हुए हैं

यह निर्विवाद सत्य है कि
सभी जीवित प्राणियों की उत्पत्ति जल में हुई है।
वैज्ञानिक अब पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रहों पर
पहले पानी की खोज को प्राथमिकता देते हैं।  
पानी के बिना जीवन जीवित ही नहीं रहेगा।
इसी कारणवश अधिकांश संस्कृतियां
नदी के पानी के किनारे विकसित हुई हैं …
इस प्रकार ‘जल ही जीवन है’ का अर्थ सार्थक है

कुछ रचनाएँ...


जल के बिन कब जी सके, पशु-पक्षी-इन्सान।
इसे बचा लें तो बचे, अपना सकल जहान।।

जल औ मन निर्मल रहे,  तब है उसका मोल।
जैसे कब अच्छे लगे, हमको कड़वे बोल।।

बूँद-बूँद अति कीमती, ज्यों हीरे का दाम।
जल से है सारी चमक, दे सब को पैगाम।।


शीतल जल सा मस्तक ठंडा,आँचल अमृत धार बहे,
काँधे पर जो बोझ उठाया,मिल जुल कर सब भार सहे।

अलग सभी के तौर तरीके,निपुण कार्य सब करती है।
सबकी प्यास बुझाने खातिर,नारी पानी भरती है।


पानी को तरसते हैं
धरती पे काफी लोग यहाँ
पानी ही तो दौलत है
पानी सा धन भला कहां

पानी की है मात्रा सीमित
पीने का पानी और सीमित
इसी में है समृद्धि निहित

शेविंग हो या कार धुलाई
या जब करने हों स्नान
पानी की बचत जरूर करें
पानी से धरती है महान


कहता आज है पानी सीख लो
मेरी दुखद कहानी से
दुखड़ा सारा, कह डाला मैंने
आपबीती ज़ुबानी से
अब रुकता हूं, गला भर आया
नहीं खत्म हुई ये कहानी
मुझे बचा लो-मुझे बचा लो
कहता आज है पानी।


लूट खसोट चूस
और मुस्कुरा
और फिर कह दे
सामने वाले से
कि मैं हूँ पानी

‘उलूक’
तेरे पानी पानी
हो जाने से भी
कुछ नहीं होना है
पानी को रहना है
हमेशा ही पानी ।
....
बस..
सादर



 

7 comments:

  1. आदरणीय दीदी, जल दिवस पर खूबसूरत लिंक्स प्रकाशित करने के लिए शुक्रिया ।सुंदर चयन और प्रस्तुति,सादर शुभकामनाएं ।

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  2. जल संरक्षण पर अच्छे लिंक्स मिले । एक दो जगह टिप्पणी करने का स्थान नहीं मिला लेकिन पढ़ने का अवसर मिला । बढ़िया चर्चा

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    1. सादर नमन दीदी
      अखबारों व विभिन्न वेबसाइट से एकत्र रचनाएँ हैं
      इसे संदर्भ अंक कह सकते हैं..
      सादर..

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  3. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...मेरी रचना साझा करने के लिए शुक्रिया 😊

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    1. आभार दीदी..
      स्वागत है
      आपकी रचना आज के अंक में है
      जिसमें बेटा किचन में अपनी भार्या व भगिनी की सहायता कर रहा है
      सादर..

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    2. ये लिंक है
      https://mannkepaankhi.blogspot.com/2021/03/669.html
      सादर

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