Monday, March 15, 2021

661 ...जब तक नहीं जुड़ते तब तक प्रोफ़ाइल लॉक्ड होती

सादर अभिवादन
सप्ताह का पहला दिन
आधा महीना मार्च का बीता जा रहा है
कोरोना जैसे ही काबू में आता है
वैसे ही सरकार की लूट चालू हो जाती है
सिनेमा हॉल चालू...
क्रिकेट मैच भी चालू
क्षमता से अधिक दर्शक
सावधानी न तो दर्शकों ने रक्खी
और न ही सरकारी अमलों ने रोका
आज के अखबार में छपा कि
कोरोना के मरीजों में 5000 का 
शानदार इजाफ़ा
...मैंने इसे न्यूज़रूम ही बना लिया
रचनाएँ..

झूठे हैं नेता सभी, उथली इनकी सोच
लोकतंत्र के पैर में, इसीलिये है मोच !

जैसे उगते सूर्य का, होता है अवसान
नेता जी के तेज का, अंत निकट लो जान !


मेरे सिरहाने बारिशें, हवा के झोंके, समन्दर की लहरें
चिड़िया की चहक, प्रेमिल साथ
कुल मिलाकर एक सुंदर दुनिया का सपना रखकर
वो चाय बना रहा था
और मैं इन तमाम सौगातों को समेटे
डूबने लगी थी प्रेम की नदी में...


संस्कारों की बलि चढ़ाकर
देह देखते बस नारी।
बने दुशासन चीर खींचते
कहाँ भागती बेचारी।
आहत हो चीत्कार करे फिर
स्वप्न बिखर के भूमि पड़े।


बचपन से देखती आयी कि 
घर का मुख्य द्वार दिन में कभी बन्द नहीं होता था...। 
रात में भी बस दोनों पल्ला सटा दिया जाता था..। ... 
बाहर दरवाजे पर पहरेदार होते थे...। 
धीरे-धीरे समय बदला तो रात में 
मुख्य दरवाजा अन्दर से बन्द होने लगा। 
पहरेदार तो अब भी होते हैं लेकिन 
विश्वास कम हो चला है..। 


ओस सी चुप, धूप सी पतली,
मेरी बाहों में आ गयी एक चंचल बदली.
खुद में समा लूँ, तुझको में पा लूँ
तुझी पर गिरा दू ये भयभीत बिजली,
हृदय जो चितचोर है
क्षुब्द वादियों में यही शोर है,


 

8 comments:

  1. बहुत ही सुन्दर सूत्रों से सजा आज का मुखरित मौन ! मेरी रचना को इसमें स्थान देने के लिए आपका हृदय तल से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार यशोदा जी ! आज कई दिनों के बाद यह लिंक खुली है ! पहले अनेक दफा कई बार बार क्लिक करने पर भी नहीं खुलती थी ! आज मेरा सौभाग्य कि यह खुल गयी ! सप्रेम वन्दे सखी !

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    1. आभार दीदी..
      बेहतरीन तंज..
      सादर नमन..

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  2. असीम शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार छोटी बहना..
    श्रमसाध्य कार्य हेतु साधुवाद

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  3. बहुत सुंदर प्रस्तुति।
    मेरी रचना को मंच पर स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार आदरणीया यशोदा जी।

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  4. सुंदर लिंकों से सजी प्रस्तुति। सभी रचनाकारों को बधाई।

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  5. सुंदर रचनाओं का संकलन।
    स्थान देने के लिए आभार।
    धन्यवाद

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