Tuesday, June 2, 2020

373..एकदम चुस्त-दुरुस्त मिला हमारा प्रिय एक जून


जून की दूसरी तारीख
खबरों के हवाले
पता चला है कि
अनलॉक -1 के दौरान
एक जून को कोई क्षति नहीं हुई है
एकदम चुस्त-दुरुस्त मिला
हमारा प्रिय एक जून
खुल गई जबान..चलें रचनाओं की ओर


"चलो छोड़ो! अपनी माँ का ज्यादा मजाक नहीं उड़ाओ। 
वो गुल्ली डंडा भी बोल सकती थी।" 
बच्चों के पिता दो डेग आगे साबित हुए बात कहने में।

"हा!हा! रुकिए! रुकिए.. 
हम मज़ाक कर रहे थे । 
आप तो शेर को गीदड़ों के संग 
एक रेस में एक साथ दौड़ा दिए।" 
दोनों बच्चे माँ की तरफ हो गए।


मंद सी, बही थी वात,
थिरक उठे थे, पात-पात,
मुस्कुरा रही, थी कली,
सज उठी, थी गली,
उन आहटों में, कुछ न कुछ, गौण था!
वो, तुम न थे, तो वो कौन था


तनिक ठहरो
रुको तो
देखो साड़ी में पायल उलझ गई
कि दायित्व में अलंकार उलझ गए
संस्कारों में व्यथा उलझ गई..
कल भी ऐसा ही हुआ था
कल भी पुकारा था तुम्हें
कल भी तुम न रुके..
सुनो ये वही पायल हैं


 ट्रेन समय से ही आ गयी.
अंकिता उसे दूर से देखते ही पहचान गयी, 
दौड़कर अविनाश के पास आयी और हाथ पकड़कर बोली, 
तुम आ गये, उसने कहा "तूम्हारे सामने खड़ा हूं"
अविनाश ने अपने बैग से एक पैकेट निकालकर 
अंकिता को देते हुए कहा, मम्मी ने तुम्हारे लिए भेजा है, 
खोलकर देख लो"
अंकिता ने पैकैट खोला 
अरे वाह "फिरोजी रंग की चुन्नी" और वह बहुत देर तक रोती रही--


पार जाने की कड़ी सा
बन गया है इक नदी सा

भूल के अक्स मजहबी सा
याद आये आदमी सा

तआ'रुफ़ उसका  दूर से दे
पास बैठे अजनबी सा
....
कल फिर
सादर


7 comments:

  1. आज की सुंदर रचनाओं के मध्य,मुझे भी स्थान देने हेतु आभारी हूँ ।

    ReplyDelete
  2. सस्नेहाशीष व असीम शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार छोटी बहना

    सभी लिंक्स पढ़ गई आज जल्दी सुबह हो गई

    अच्छा लगा

    ReplyDelete
  3. यशोधा जी

    आज रतजगा हुआ मेरा और सारे लिंक्स पढ़ डाले

    बहुत अच्छे लिंक्स दिए आपने। .सभी बहुत रोचक और मोहक

    #जो दिया आँगन सँवारे
    वो दिया है चाँदनी सा

    #कुछ न कुछ, गौण था!
    वो, तुम न थे, तो वो कौन था

    #देखो साड़ी में पायल उलझ गई
    कि दायित्व में अलंकार उलझ गए

    #"फिरोजी रंग की चुन्नी

    रोचक भूमिका के साथ अच्छा संयोजन
    शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार

    ReplyDelete
  4. बहुत सुंदर लिंक संयोजन
    साधुवाद आपको
    सभी रचनकारों को बधाई
    मुझे सम्मिलित करने का आभार

    ReplyDelete