सादर अभिवादन
कल मकर संक्राति है
सूर्य अपनी दिशा और दशा
दोनों बदलेगा
आज लोहड़ी है..
कल मकर संक्राति है
सूर्य अपनी दिशा और दशा
दोनों बदलेगा
आज लोहड़ी है..
लोहड़ी का त्योहार
मकर संक्रांति से एक दिन पूर्व मनाया जाता है।
नववर्ष 2021 में लोहड़ी का त्योहार
आज 13 जनवरी दिन बुधवार को
हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा।
लोहड़ी मुख्यत: पंजाब,
हरियाणा में मनाई जाती है
...
अब रचनाएँ...
मकर संक्रांति से एक दिन पूर्व मनाया जाता है।
नववर्ष 2021 में लोहड़ी का त्योहार
आज 13 जनवरी दिन बुधवार को
हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा।
लोहड़ी मुख्यत: पंजाब,
हरियाणा में मनाई जाती है
...
अब रचनाएँ...
न धुआँ है कहीं,
न आग का कोई सुराग़,
बिखरा है राख़,
लेकिन आसमान तक,
ज़िन्दगी का महोत्सव,
यूँ तो है सीमाहीन,
लेकिन डूबा -जाते हैं उच्छ्वास
महा जलयान तक,
हम भी कहां सुधरते हैं .....मेजर (डॉ.)शालिनी सिंह
वो नहीं बदलता तो हम भी कहां सुधरते हैं
वो घात करता है तो हम ऐतबार करते हैं
उकता गये हैं अब उन्हीं पुराने जख्मों से
तुम नया वार करो हम नईं आह भरते हैं
उसकी हर चाल में कई चाल छुपी होती हैं
समझते हैं हम पर कहां बचाव करते हैं
चरित्रहीन औरतें ....रंजन कुमार सिंह
हां / मुझे भी चरित्रहीन औरतें पसंद हैं...
बेहद... बेहद.. खूबसूरत होतीं है वो..
बेबाक, बेपर्दा, स्वतंत्र और उन्मुक्त...
कि उनका कोई चरित्र नहीं होता।
केवल चरित्रहीन औरतें ही खूबसूरत होती हैं।
पिंजरे में कैद चिड़िया कितनी भी रंगीन हो,
सुन्दर नहीं लगतीं...
चाहे कोई कितनी भी कविताएं लिख ले उनपर..
अजनबी या दोस्त .....विकास नैनवाल 'अंजान'
उलूक टाईम्स का दो दिन
पुरानेे अखबार की एक कतरन
‘उलूक’
नोच
अपने गंजे सर के बचे बालों को
नगों की मौज रहेगी हमेशा
नंगा सच है
नंगई करना ईश्वरीय है
मंदिर बना कहीं भी
नंगे का किसी
कोई रोक है कहीं
कहीं दिखती नहीं है।
नोच
अपने गंजे सर के बचे बालों को
नगों की मौज रहेगी हमेशा
नंगा सच है
नंगई करना ईश्वरीय है
मंदिर बना कहीं भी
नंगे का किसी
कोई रोक है कहीं
कहीं दिखती नहीं है।
....
आज की तारीख में बस
तिल-गुड़ ध्या
अणि गो़ड़-गोड़ बोला
सादर
आज की तारीख में बस
तिल-गुड़ ध्या
अणि गो़ड़-गोड़ बोला
सादर
बेहतरीन अंक.
ReplyDeleteसादर..
उलूकाभार यशोदा जी :)
ReplyDeleteलोहड़ी व मकर संक्रांति की सभी को असंख्य शुभकामनाएं। सुन्दर सामयिक प्रस्तुति व संकलन मुझे जगह देने हेतु हार्दिक आभार आदरणीया यशोदा जी - - नमन सह। सु
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति। लोहिड़ी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति...मेरी रचना को शामिल करने के लिए आभार...
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर प्रस्तुति
ReplyDelete