Tuesday, October 12, 2021

788..गोपियों ने भी कृष्ण की प्राप्ति मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करके ही की थी

 जय मातेश्वरी


या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

आज माँ कात्यायनी  दर्शन देंगी
माँ कात्यायनी मंत्र फॉर लव मैरिज,  हम सभी लोग जानते हैं कि नवरात्रि के 9 दिनों में हर 1 दिन अलग-अलग माता रानी की पूजा की जाती है।  नवरात्री का जो छठवां दिन होता है वह मां कात्यायनी  का होता है। उस दिन हम मां कात्यायनी की पूजा अर्चना की जाती हैं।

आज हम मां कात्यायनी से ही संबंधित कुछ मंत्रों के बारे में आपको बताने जाएंगे जिसका उपयोग कर आप अपने जीवन में लव मैरिज को लेकर जिन समस्याओं से जूझ रहे थे वह समस्या खत्म हो जाएगी  और आप जरूर सफल होंगे मां कात्यानी का मंत्र उच्चारण करके।

मां कात्यायनी के मंत्र को जानने से पहले सबसे पहले हम यह चाहते हैं की हम मां कात्यायनी को जाने,उनकी क्या शक्ति है जो उनके मंत्र को पढ़ने से हमारा लव मैरिज हो सकता है ।आइए जानते हैं कुछ तथ्य मां कात्यानी के विषय में मां कात्यानी के पिताजी ऋषि थे और उनके पिता का नाम कात्यायन ऋषि था । इस वजह से उनको भी कात्यायनी के नाम से बुलाया जाता था। मां कात्यायनी की चार भुजाएं हैं । इनका वाहन सिंह है और लव मैरिज के लिए इनकी पूजा अर्चना करके सफलता  प्राप्त की जा सकती है।

गोपियों ने भी कृष्ण की प्राप्ति मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करके ही की थी। गोपियों को सफलता मिली थी मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करके इसलिए तब से लेकर अब तक जिन लोगों को भी लव मैरिज में बाधा विघ्न मिली है वह लोग मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करके लव मैरिज के लिए अपने माता पिता को राजी कर अपने प्रेम संबंध में सफल हुए हैं।

अगर आप भी अपने माता पिता को मना कर उनको राजी करना चाहते हैं अपने प्रेम संपर्क के के लिए तो बिल्कुल भी चिंता मत कीजिए अगर आप मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करेंगे तो आप 100% इस मंत्र उपासना में सफल होंगे और बिल्कुल लव मैरिज होगी आपकी इसके लिए आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

जो भी व्यक्ति मां कात्यायनी का मंत्र उपासना उन की पूजा-अर्चना श्रद्धा से भक्ति से करेंगे वह लोग जरूर सफल होंगे ऐसा माना जाता है। अगर आप अपनी मर्जी से विवाह करना चाहते हैं या आप अपने आप किसी से प्रेम करते हैं और घर पर किसी वजह से कह नहीं पा रहे हैं तब मां कात्यायनी की पूजा कीजिए इससे आप आसानी से अपने घर में अपने मन की बात को रख पाएंगे और मनचाही शादी भी होगी आपकी।

अगर आपके कुंडली में विवाह में बाधा लिखा हुआ है तो भी घबराने की कोई जरूरत नहीं है मां कात्यायनी की पूजा आपके उस विवाह योग के बाधा को हटा देगा और आपका विवाह खुशी-खुशी उस व्यक्ति से हो जाएगा जिस व्यक्ति से आप  प्रेम करते हैं।

संपूर्ण ब्रज मंडल में मां कात्यायनी को अधिष्ठात्री  माता के रूप में भी जाना जाता है। मां कात्यायनी का संबंध दो ग्रह बृहस्पति एवं शुक्र से बहुत घनिष्ठ रूप से  है क्योंकि बृहस्पति महिलाओं के विवाह से संबंधित  होता है इसलिए इनका संपर्क बृहस्पति से जुड़ा हुआ होता है और दांपत्य जीवन से भी यह  जुड़ी होती है इस वजह से शुक्र का संबंध इन के साथ गहरा होता है। इसलिए अगर आप अपने दांपत्य जीवन में अपने वैवाहिक जीवन में खुश रहना चाहते हैं तो बृहस्पति और शुक्र के दिन मां कात्यायनी की पूजा अर्चना धूमधाम से करें।

इनकी पूजा-अर्चना लाल एवं पीले वस्त्र पहनकर गोधूलि बेला के समय करना चाहिए इससे माता संतुष्ट होती है एवं इनको शहद चढ़ावे में चढ़ाएं एवं इनको पीले फूल अर्पित कीजिए नैवेद्य चढ़ाएं।

कात्यायनी महामाये , महायोगिन्यधीश्वरी।
नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।

जय मातेश्वरी की

1 comment:

  1. आपके इस सार्थक लेख बिलकुल नई जानकारी मिली । बहुत आभार आपका , नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 💐💐

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