सादर नमन
आज माताश्री माँ महागौरी
नवरात्रि उत्सव देवी अंबा (विद्युत) का प्रतिनिधित्व है। वसंत की शुरुआत और शरद ऋतु की शुरुआत, जलवायु और सूरज के प्रभावों का महत्वपूर्ण संगम माना जाता है। इन दो समय मां दुर्गा की पूजा के लिए पवित्र अवसर माने जाते है। त्योहार की तिथियाँ चंद्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होती हैं। नवरात्रि पर्व, माँ-दुर्गा की अवधारणा भक्ति और परमात्मा की शक्ति (उदात्त, परम, परम रचनात्मक ऊर्जा) की पूजा का सबसे शुभ और अनोखा अवधि माना जाता है। यह पूजा वैदिक युग से पहले, प्रागैतिहासिक काल से चला आ रहा है। ऋषि के वैदिक युग के बाद से, नवरात्रि के दौरान की भक्ति प्रथाओं में से मुख्य रूप गायत्री साधना का हैं। नवरात्रि में देवी के शक्तिपीठ और सिद्धपीठों पर भारी मेले लगते हैं ।
आज बस
थक गए हैं, अपनी सारी उर्जा
खो चुकी हूँ
सादर
मां चंद्रघंटा के बारे में सुंदर, सार्थक जानकारी । नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 💐👍
ReplyDeleteईश्वर आपको नव ऊर्जा से सिंचित करें। आप ऐसे ही साहित्य साधना और सेवा में लगी रहें।
ReplyDeleteआमीन
Deleteपंडित जी आपका आशिर्वाद सफलीभूत हो
सादर प्रणाम
बहुत सुंदर रचना।
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