पड़ गया 99 के चक्कर में
ये ब्लॉग भी
अब 100 भी होगा
त्योहार पोला की शुभ कामनाएँ
हमारे छत्तीसगढ़ मे पहली बार
सार्वजनिक अवकाश घोषित हुआ है
आइए चलें आज की रचनाओँ की ओर...
ये ब्लॉग भी
अब 100 भी होगा
त्योहार पोला की शुभ कामनाएँ
हमारे छत्तीसगढ़ मे पहली बार
सार्वजनिक अवकाश घोषित हुआ है
आइए चलें आज की रचनाओँ की ओर...
रूकी हुई है कलम
टिकी हुई कागज पर
कि कोई ऐसी बात कह दूँ
कोई सत्य ऐसा लिख दूँ
कि आसमान का पट सरक
सहसा ही सतरंगी धूप निकल आये...
दिन प्रतिदिन
मुझसे
यूँ दूर जाता जा रहा है
जैसे
साल का पहला दिन
हर आते नए दिन के साथ
दूर होता जाता है
आज रात चाँद
ज़रा देर से
खिड़की पर आया
था भी कुछ अनमना सा
पूछा .... तो कुछ बोला नहीं
शायद उसने सुना नहीं
या फिर अनसुनी की
राम जाने....
ख्वाब वही
ख्वाहिश वही
अल्फाज वही
ज़ुबां वही ,
फिर रास्ते कैसे
जुदा है सफ़र के ,
कोरे कागज पर उतर कर .
ये अमर हो जायेंगे ;
जब भी छन्दो में ढलेंगे ,
गीत मधुर हो जायेंगे ;
ना भूलूँ जिन्हें उम्र भर
बन प्रीत के तराने रहो तुम !
दूर दूर तक
फैली सघन
नीरवता,
निर्जनता,
हड्डियाँ पिघलाती
जलाती धूप.
सूखता कंठ,
मृतप्राय
शिथिल तन से
चूता शोणित स्वेद
ताजे अखबार की ताजी खबर
घर
पूरा
हिल रहा है
और
तेरा
‘फॉग’
चल रहा है
‘डबल क्रॉस’
चल रहा है
खुश्बुओं
का
जोर है
बस
फैलने
फैलाने को
मचल रहा है
ताजे अखबार की ताजी खबर
घर
पूरा
हिल रहा है
और
तेरा
‘फॉग’
चल रहा है
‘डबल क्रॉस’
चल रहा है
खुश्बुओं
का
जोर है
बस
फैलने
फैलाने को
मचल रहा है
....
आज के लिए इतना ही
आज्ञा दें
सादर
आज के लिए इतना ही
आज्ञा दें
सादर
बेहतरीन..
ReplyDeleteआभार...
सादर..
ReplyDeleteकोरे कागज पर उतर कर .
ये अमर हो जायेंगे ;
जब भी छन्दो में ढलेंगे ,
गीत मधुर हो जायेंगे ;
ना भूलूँ जिन्हें उम्र भर
बन प्रीत के तराने रहो तुम !
रेणु दी आपकी यह रचना बार- बार पढ़ने का मन कर रहा है।
पर मैं बस इतना कहना चाहता हूँ कि-
न मिला स्नेह
कोई बात नहीं
न कहे पाप मुझे
ये रहम कर दो...
सुंदर प्रस्तुति यशोदा दी , सभी को प्रणाम।
100वें अंक की अग्रिम शुभकामनाएं। आभार 99 में उलूक की बकबक को जगह देने के लिये यशोदा जी।
ReplyDeleteबेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति,शतक के लिए हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत सुंदर 99वें का फेर भी बहुत आकर्षक रहा ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रस्तुति सुंदर लिंक संयोजन।
बेहतरीन प्रस्तुति।सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रस्तुति आदरणीय दीदी | सार्थक अंकों के साथ भावपूर्ण और 99 वां शुभ अंक |मेरे रचना को सम्मान और पंक्ति को आज के अंक की पहचान बनाने के लिए आभारी हूँ | सभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनायें और आपको सहृदय आभार |सादर | कल विशेष सौंवे अंक का इन्तजार है |
ReplyDeleteसुंदर संकलन, सभी रचनाएँ बेहतरीन हैं. मेरी रचना को शामिल करने के शुक्रिया दी .
ReplyDeleteशुभकामनाएं
ReplyDeleteआप सभी की रचनाएं बहुत सुंदर है ,शानदार प्रस्तुति ,सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई हो
ReplyDeleteशानदार प्रस्तुति
ReplyDeletethanks gym motivaional quotes
ReplyDeletethanks gym motivaional quotes
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