Sunday, July 19, 2020

420..कुछ रंगीन सा दिखाओ कुछ संगीत तो सुनाओ

प्यारा सा अंक

सादर अभिवादन
शुरू करिए पढ़ना इस रचना के साथ

बीबी जी हमारा कैसे काम चलेगा,
यदि आप हमसे झाड़ू पोंछ ही लगवाएंगे।
अब हमसे देखा नही जाता,
आखिर कब तक साहब से बर्तन मंजवाएंगे।
पत्नी ने हालात को फ़ौरन संभाल लिया,
और अगले ही दिन कामवाली को,
झाड़ू पोंछे के काम से भी निकाल दिया।
...
अब नियमित अंक


प्रभु तेरा  साथ  चाहिये 
जीवन की सौगात चाहिए
हंसते हंसते दम निकले
ऐसा तेरा अनुराग चाहिए।।

कलुषता मिटा सके इंसान की
ऐसा मुझे वरदान चाहिए।
गंगा सा पावन मन हो सके
ऐसा निर्मल संस्कार चाहिए।।


बीज रोपे हैं तुम्हारे मन की
उर्वर क्यारी में उसपर
फूटेंग मानवीय गुणों के
पराग से लिपटे
 सुवासित पुष्प, 
मेरे आशीष 
मेरे अंतर्मन की
 शुभ प्रार्थनाओं और
कर्म की ज्योति 
प्रतिबिंबित  होकर  
पथ-प्रदर्शक बनकर 
आजीवन तुम्हारे
 साथ रहेंगे। 


Night shayari and poem
कुछ दिन की बातें
कुछ रात के तराने
मैंने लिखे अपने
हालात के अफ़साने
तुम्हें फुर्सत मिले तो
कभी पढ़ भी लेना
कैसे हुए थे हम
तेरे इश्क़ में दिवाने।


बारिश की फुहारें ने 
निशा को छुआ तो लगा 
जैसे कोई बोझ मन से उतरने लगा 
था....कितना खूबसूरत मौसम 
है ना निशा, जी भरके भीग लो आज,
सारे दर्द धुल जाएंगे, 
ज़िंदगी हँसकर कर जिओ।
"ये पल न मिलेंगे दुबारा"!

लिखना कहाँ से कहाँ पहुँच जाता है
नजर रखा करो लिखे पर

कुछ नोट खर्च करो
किताब के कुछ पन्ने ही हो जाओ

‘उलूक’
चैन की बंसी बजानी है
अगर इस जमाने में

पागल हो गया है की खबर बनाओ
जमाने को पागल बनाओ।

और अंत में
एक ग़ुज़ारिश
चल ले चल हमें
उसी बचपन में
जहाँ न कोई जरूरी था
और ना ही..कोई
ज़रूरत थी
सादर..

11 comments:

  1. 420 के दिन उलूक को जगह देने के लिये दिल से 420 आभार :)

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  2. और छोटी श्वेता के लिये ढेर सारा प्यार आशीर्वाद शुभकामनाएं उसके जन्मदिन पर साथ में।

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    1. प्रणाम सर,
      आपसे शुभाशीष मिलना सौभाग्य है बिटुआ का। औपचारिक आभार कहना घृष्टता होगी।🙏🙏
      आपका स्नेह और आशीर्वाद सदा बना रहे सर।
      छोटी श्वेता यानी 'मनस्वी' भी सादर प्रणाम कह रही आपको:)🙏🙏

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  3. बहुत खूबसूरत प्रस्तुति

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  4. व्वाहहह...
    हमारी परी बिटिया को बधाइयां..
    बढ़िया अंक..
    सादर..

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    1. आभारी हूँँ दिव्या जी।
      स्नेहाशीष बना रहे बिटिया पर।

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  5. सोन चिरइया हमारी जुग-जुग जिए..
    सादर..

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    1. आभारी हूँ सर।
      स्नेहाशीष बना रहे बिटिया पर।
      सादर।

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  6. बहुत सुंदर प्रस्तुति, नन्ही बिटिया को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार आदरणीया।

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  7. सभी रचनाएँ शानदार। मेरे पोस्ट को स्थान देने के लिए विशेष धन्यवाद।

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  8. बहुत सुन्दर रचनाओं का संकलन। हास्य पसंद करने और शामिल करने के लिए हार्दिक आभार।

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