सादर अभिवादन
चालीस लाख क़दम चल लिया
उलूक टाईम्स
चालीस लाख क़दम
माने धरा की एक परिक्रमा
ढ़ेरों बधाइयाँ...
चालीस लाख क़दम चल लिया
उलूक टाईम्स
चालीस लाख क़दम
माने धरा की एक परिक्रमा
ढ़ेरों बधाइयाँ...
चलिए चले रचनाओं की ओर...
उठो हिन्द के बाग़बानो उठो
उठो इंक़िलाबी जवानो उठो
किसानों उठो काम-गारो उठो
नई ज़िंदगी के शरारो उठो
वे जेंटलमैन जो उसे ब्रोकर समझ हिकारत भरी निगाहों से देखते थे ,अब उसे " लाइजनिंग अफसर " कह अदब करने लगे। उनके लिए हर मर्ज का दवा था दीनबंधु ! कोतवाली से लेकर कलेक्ट्रेट तक यूँ समझें कि संतरी से लेकर मंत्री तक उसकी पकड़ थी। उसके नाम सिक्का चल निकला।
जगह जगह की सैर कराए
कभी रुलाए कभी हँसाए
लगता है मुझको वह अपना
क्या सखि साजन?
ना सखि सपना
चिकना तन और पतली काया
सारे जग का मन भरमाया
नूतन रोज दिखाता स्टाइल
हे सखि साजन?
ना मोबाइल
सबके मन में खौफ बनाता
अच्छे खासों को जो समझाता
पीट पीट कर करता ठंडा
हे सखि साजन? ना सखि डंडा
डॉ. सुशील जी जोशी को शुभकामनाएँ
सकता है
यूँ ही
घूमने
आते होगेंं
आप
पर
मेरे लिये
आपका
एक कदम
इनाम है
..
बस
कल फिर मिलते हैं
सादर
..
बस
कल फिर मिलते हैं
सादर
सादर अभिवादन
ReplyDeleteचालीस लाख क़दम चल लिया
उलूक टाईम्स
जी भाई साहब,
यह अपनी प्रतिभा का प्रताप है, इसी तरह प्रकाश स्तंभ बने रहे , ताकि हम भी एक एक कदम लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे।
मेरी रचना को इस उपलब्ध भरे मंच पर स्थान देने केलिए आपका हृदय से आभार यशोदा दी, सभी वरिष्ठ रचनाकारों को प्रणाम।
उपलब्धि पढ़ा जाए
Deleteआभार शशि जी स्नेह बनाये रखें।
Deleteअरे ! मैंने तो सोचा कि आप आशीर्वाद देंगे।😁
Deleteशुभकामनाएँ...
ReplyDeleteबढ़िया अंक
सादर..
मेरी रचना को शामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया ��. उम्दा लिंक्स. सभी रचनाकारों को बधाइयाँ
ReplyDeleteसभी के स्नेह का प्रतिफल है आगे भी मिलता रहेगा आभार यशोदा जी।
ReplyDeleteबहुत सुंदर अंक।सभी को शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति 👌👌👌 इन शानदार रचनाओं में मेरी रचना को स्थान देने के लिए बहुत बहुत आभार 🙏🙏🙏
ReplyDeleteआदरणीय जोशी जी, शब्द कम पड़ चुके हैं कुछ कहने को। "चालीस लाख" एक विस्मयकारी आँकड़ा । शायद इसे सब मात्र आपकी उपलब्धि भर समझें, पर मैं मानता हूँ कि यह आपकी व्यक्तिगत उपलब्धि से ऊपर , ब्लॉग जगत के लिए बहुत ही बड़े सम्मान का विषय है।
ReplyDeleteब्लॉग जगत को, आपके माध्यम से मिली, इस पहचान हेतु, आप हमेशा याद किये जाते रहेंगे।
आपकी असीम सफलता की कामना करता हूँ । आपकी रचनाएँ परिपक्वता की नई इबारतें लिखती रहें ।