Monday, May 17, 2021

699 ... क्या चाहता है मन ? ... सुरेन्द्रनाथ कपूर

क्यों इतना उदास है?
वह मिल के नहीं मिलते
जिनसे
मिलने की प्यास है!
अपने को खोजता है
किसी और की छाया में
रहता है खुद से दूर
मगर  गैरों के पास है!
खुशियों के सारे पल
इसी
वहशत में गुज़र जाते है
साध अधूरी रहने का सोग
हम रोज़ ही मनाते हैं!
इतना
समझना काफी है
जो भी होता है
आकस्मिक नहीं ,
निर्धारित है।
हर चीज़ का  समय है
किसी सूत्र से
संचालित है।
मौसम भी रंग बदलते हैं
चाँद सूरज भी
रोज़ ढलते हैं
कुछ लोग चले जाते हैं
कुछ मीत नए मिलते है!
जो बेगाने है
तुम्हारे थे ही नहीं,
खुद ही चले जायेंगे।
जो
एक डोर से बंधे है
वह
जाकर भी लौट आयेगे।
अपना चाहा
हो जाये तो बहुत अच्छा,
न हो ,तो उससे बेहतर।
शाश्वत सत्य है,
यकीन कर लो तो सोना है
वर्ना  गर्द से भी बदतर!
- सुरेन्द्रनाथ कपूर

14 comments:

  1. अपना चाहा
    हो जाये तो बहुत अच्छा,
    न हो ,तो उससे बेहतर।
    शाश्वत सत्य है,
    यकीन कर लो तो सोना है
    वर्ना गर्द से भी बदतर

    –मन को बहलाने का छलावा है

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  2. Replies
    1. आभार दीदी..
      इस कोरोना काल में
      जीवन की तलाश करता
      मुखरित मौन..
      सादर नमन..

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  3. वाह !मन की कशमकश को जाहिर करता सार्थक सृजन | एक ही रचना काफी है | मंच पर हलचल हुई , अच्छा लगा रहा दीदी | आपको आभार और शुभकामनाएं|

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    1. डी आर डी ओ की दवा मिल गई है
      सांसे लौट रही है..
      सादर

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    2. आप स्वस्थ और सलामत रहि ।DRDO। की दवा के साथ दुआएं भी तो हैं। सुप्रभात और प्रणाम 🙏🙏💐💐🌷🌷❤️❤️🌷

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  4. "...
    अपने को खोजता है
    किसी और की छाया में
    रहता है खुद से दूर
    मगर गैरों के पास है!
    ..."

    मन को टटोलती बहुत ही शानदार रचना।
    और जो इन बातों पर यकीन कर लिया वह वाकई अपने जिंदगी को जीत रहा है।

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  5. बहुत बढ़िया रचना,अच्छा लगा आपको यहां देखकर,बहुत सारी शुभकामनाएं आपको आदरणीय दीदी,आपको मेरा मन एवम वंदन ।

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  6. आक्सीजन मिला है...
    वैक्सीन भी लग गया है..
    सादर..

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    1. बहुत बढ़िया । आपके आगे पीछे हम भी हैं, बस महसूस करते रहें अपनापन,समय कट जाएगा । आपको बहुत शुभकामनाएं ।

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  7. सभी जन सुरक्षित व स्वस्थ रहें, यही कामना है

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  8. अन्तर्द्वन्द से जूझता मन

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  9. अरे?
    यहाँ पोस्टिंग चालू हो गई
    हम पिछले सप्ताह से खाली थे
    आएंगे कल..
    सादर...

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  10. अच्छी प्रस्तुति

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