पूनम का दिन है तो
रात भी पूनम की ही होगी
बुद्ध जयन्ती की शुभकामनाएँ
रात भी पूनम की ही होगी
बुद्ध जयन्ती की शुभकामनाएँ
कुछ तो है इस पूनम में
जो चाँँद शुक्रवार की सुबह तक
दिखाई देगा
अब देखें रचना..
जो चाँँद शुक्रवार की सुबह तक
दिखाई देगा
अब देखें रचना..
मौसम बड़ा सुहाना है,
हमको घर भी जाना है,
चलो, चलें अब हम-तुम
दोनों करते जाएँ बात।
हम चलते जाएँ साथ।
बड़े बड़े जंग जीते है
ये भी जीत जायेंगे ,
मन मे रक्खे धीरज
मुश्किल से निकल जायेंगे ,
ये समय नही सियासी बातों का
ये समय है जीवन रक्षा का,
क्यों न आज हम
उन लम्हों की
कसमें खायें
सूर्य,चन्द्र और
अग्नि-वरुण-जल
साथ चले थे.....
मेरे हस्ताक्षर में ... सुबोध सिन्हा
संपूर्ण
पन्ने का
मूल्यांक
और
मूल्यांकन व
अवलोकन को
सत्यापित
करते
हस्ताक्षर
ये सभी तो
होते हैं
हाशिए पर ही ..
..
आज बस
कल फिर
सादर
बहुत सुंदर प्रस्तुति, बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं
ReplyDeleteबुद्ध पूर्णिमा की आपको बधाई ,बहुत सुंदर प्रस्तुति ,हृदय से आभारी हूँ मैं आपकी ,नमस्कार ,ईश्वर जल्द हीसम्पूर्ण विश्व को इस महामारी से छुटकारा दिलाये ,मिलकर सभी प्रार्थना करें।
ReplyDeleteसभी को हार्दिक शुभकामनाएं
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